बस्ती । बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायातवती ने शनिवार को कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के छूठे वादों को जनता जान गयी है अगर इस लोकसभा चुनाव मे वोटिंग मशीन मे गड़बड़ी नही हुई तो भाजपा सत्ता से बाहर हो जायेगी। शनिवार को जनपद मुख्यालय के राजकीय इटंर कालेज परिसर मे मण्डलस्तरीय चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि प्रदेश या केन्द्र में सबसे ज्यादा समय तक अगर सत्ता किसी के पास रही है तो वो काग्रेंस पार्टी है लेकिन इनकी गलत नीतियों के कारण जनता ने इन्हें नकारा दिया और ये सत्ता से बार हो गयी है।
उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी अपने बल बूते पर चुनाव लड़ रही है। काग्रेंस, समाजवादी पार्टी तथा भारतीय जनता पार्टी द्वारा कई पर्टियों का गठबन्धन करके चुनाव लड़ा जा रहा है। बसपा ने बिना जाति भेदभाव के प्रत्याशियों को मैदान मे उतारा है। इस बार चुनाव फ्री एंड फेयर हुए और वोटिंग मशीनों में गड़बड़ी नहीं हुई तो भारतीय जनता पार्टी सत्ता से बाहर हो जायेगी। आसानी से सरकार इनकी बनने वाली नही है। उन्होने कहा कि जातिवादी, पूंजीवादी, संर्कीण, सांप्रादायिक और द्वेषपूर्ण नीतियों, कथनी-करनी में अंतर होने की वजह से जनता ने इस बारके चुनाव मे भाजपा को नकरा दिया है इनकी नाटकबाजी और जुमलेबाजी को देश कीजनता समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि अच्छे दिन जैसे हवा-हवाई वादे सहित इनके एक चौथाई वादों को जमीनी हकीकत नसीब नहीं हुई। 
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि धन्नासेठों के आर्थिक सहयोग से ही भाजपा व अन्य पार्टियां अपना संगठन चलाती हैं और चुनाव लड़ाती हैं। जिसका खुलासा बांड प्रकरण में हुआ है। सुप्रीम कोर्ट के नोटिस देने के बाद इलेक्ट्रोरल बांड का खुलासा हुआ। रिपोर्ट आई तो जिसमे बहुजन समाज पार्टी नहीं है। उसमें कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी और अन्य विरोधी पार्टियां हैं। उन्होने कहा कि चुनाव के बाद पार्टियां घोषणा पत्रों को अमल में नहीं लाती हैं इसीलिए हमारी पार्टी घोषणापत्र नहीं लाती है। बसपा ने चार बार की सरकार में बिना घोषणापत्र के विकास कार्य करके दिखाए हैं और कानूनव्यवस्था पूरी तरह से चुस्त-दुरूस्त थी। भाजपा इस समय चहेते पूंजीपतियों व धन्नासेठों को मालामाल करने व हर स्तर पर बचाने के लिए कार्य कर रही है और देश के धन्नासेठों से बांड के जरिए करोड़ों-अरबों रुपया लिया है। उस रिपोर्ट में ये कहीं वर्णित नहीं है कि बहुजन समाज पार्टी ने किसी भी पूंजीपति से एक भी रुपया लिया हो।