नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से आक्रमक चुनावी मुद्रा में आ गई है। बिहार और दिल्ली से मिल रही राजनीतिक चुनौती तथा राहुल गांधी कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद, भारतीय जनता पार्टी बड़ी आक्रमक होकर,2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है।
जम्मू कश्मीर को लेकर अंतरराष्ट्रीय दबाव भी सरकार पर पड़ रहा है। इसको देखते हुए भाजपा अपने वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों और नेताओं को जम्मू कश्मीर के दौरे पर भेजेगी। गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, स्मृति ईरानी और जेपी नड्डा, संगठन के महासचिव बीएल संतोष को अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है।उनका फीडबैक आने के बाद जम्मू कश्मीर के लिए चुनावी घोषणा पत्र तैयार होगा।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा सरकार बनने पर 3 माह के अंदर देने का वायदा होगा।
भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेश छोड़कर निकले गुलाम नबी आजाद के कंधे पर हाथ रख दिया है। भारतीय जनता पार्टी उनके साथ मिलकर जम्मू कश्मीर में नए राजनीतिक समीकरण बनाने में जुट गई है।
2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर जिस तरीके से विपक्षी दल दबाव की रणनीति बना रहे हैं। उसको देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने भी आक्रमक रुख अख्तियार कर लिया है। बिहार दिल्ली और भारत जोड़ो यात्रा के संदर्भ में भी भाजपा ने व्यापक स्तर पर रणनीति तैयार की है। पश्चिम बंगाल और बिहार भाजपा के निशाने पर हैं। गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव को देखते हुए भाजपा राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत होने, तथा मोदी का कोई विकल्प नहीं है।इसको लेकर विधानसभा और लोकसभा चुनाव की रणनीति बनाने पर जुट गई है।