कोलकाता । पश्चिम बंगाल में 'ममता दीदी' के खिलाफ भाजपा लामबंद है और उनकी सरकार पर हमलावर है। इसी कड़ी में आज भाजपा की ओर से नबान्न चलो अभियान की शुरुआत की गई है। भाजपा के इस अभियान के दौरान बंगाल में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी को हिरासत में ले लिया गया है। इन सब के बीच शुभेन्दु अधिकारी ने कहा कि ये शांतिपूर्ण आंदोलन है। ये भ्रष्टाचार और बेरोज़गारी का मुद्दा है। बंगाल की जनता ममता जी के साथ नहीं है इसलिए वह बंगाल में उत्तर कोरिया की तरह तानाशाही कर रही हैं। वहीं, नबन्ना चलो अभियान में शामिल होने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को कोलकाता ले जा रही बसों को उत्तर 24 परगना में पुलिस ने रोक दिया है।
कोलकाता के हेस्टिंग्स से शुभेंदु अधिकारी के अलावा भाजपा नेता राहुल सिन्हा और सांसद लॉकेट चटर्जी सहित कई नेताओं को हिरासत में लिया गया है। नेताओं को लालबाजार में कोलकाता पुलिस मुख्यालय ले जाया गया है। इससे पहले बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार ने कहा कि हमारे तीन नेता क्रमशः हावड़ा मैदान, कॉलेज स्क्वायर और संतरागांची से नबन्नो चलो अभियान का आयोजन करेंगे। टीएमसी हमारी रैलियों को रोकने की कोशिश कर रही है। हमें किसी से अनुमति की जरूरत नहीं है, खासकर सीएम ममता बनर्जी से। वहीं, विधायक अग्निमित्र पॉल ने कहा था कि यह भाजपा का विरोध नहीं है, बल्कि बंगाल के सभी लोगों का विरोध है। ममता बनर्जी को जवाब देना होगा कि उनकी सरकार ने बंगाल के लोगों को धोखा क्यों दिया?
वहीं, शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट कर कहा कि ममता पुलिस युद्धस्तर पर है, एक लोकतांत्रिक राजनीतिक घटना को कुचलने की कोशिश कर रही है। संतरागाछी में उठाई गई स्टील की आड़ उसकी चिंता और कायरता का प्रतीक है। इस ममता को याद रखना, 'लोकतंत्र की लहर' के आगे कोई दीवार टिक नहीं सकती, यह तो जल्द ही टूट जाएगी। एक वीडियो जारी कर उन्होंने लिका कि झारग्राम पुलिस स्टेशन के प्रभारी निरीक्षक बिप्लब करमाकर भाजपा कार्यकर्ताओं को डराने के लिए अपनी सर्विस रिवॉल्वर (सिविल कपड़ों में रहते हुए) को लहराते हुए देखा जा सकता है। उन्हें धमकी दी कि वे कोलकाता न जाएं और नबन्ना मार्च में शामिल हों।