भोपाल । कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा एवं प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने प्रेसवार्ता कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर गंभीर आरोप लगाए। कांग्रेस ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार का मुख्य काम भ्रष्टाचार करना रह गया है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान राज्य की पहचान घोटाला प्रदेश के रूप में बना रहे हैं। व्यापमं घोटाला, डंपर घोटाला, ई-टेंडर घोटाला के बाद अब प्रदेश में पोषण आहार परिवहन घोटाला सामने आया है। मध्य प्रदेश महालेखाकार की 36 पन्नों की गोपनीय रिपोर्ट में महिला बाल विकास विभाग में पोषण आहार के उत्पादन, वितरण, परिवहन और भंडारण में घोटाले का खुलासा हुआ है।
कांग्रेस ने प्रेसवार्ता में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछा है कि क्या मुख्यमंत्री और घोटालों का चोली-दामन का साथ है? क्यों हर बार मुख्यमंत्री के विभाग में ही घोटाला होता है? इस घोटाले की जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस्तीफा दें। महिला बाल विकास विभाग मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास है। उन्होंने कहा कि यह घोटाला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए और मामले की स्वतंत्र जांच होनी चाहिए। क्योंकि अगर मुख्यमंत्री अपने पद पर बने रहेंगे तो किसी भी एजेंसी के लिए स्वतंत्र जांच करना आसान नहीं होगा।
 बता दें मध्य प्रदेश महालेखाकार की रिपोर्ट में पोषण आहार के परिवहन, वितरण, भंडारण और उत्पादन में अनियमिताएं मिली है। रिपोर्ट के अनुसार बाइक, ऑटो, कार, टैंकर की नंबर को ट्रक का बता कर परिवहन किया गया। कई जगह उत्पादन के लिए रॉ मटेरियल और बिजली की खपत कम होने के बावजूद असीमित उत्पादन किया गया। रिपोर्ट के अनुसार कुछ संयंत्रों पर मॉल स्टॉक नहीं होने के बावजूद कागजों में वितरण किया गया। शाला त्यागी बालिकाओं की संख्या के लिए कोई सर्वे नहीं किया गया। अपने अनुसार लाखों की संख्या निर्धारित कर पोषण आहार बाट दिया गया।