देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इंफाल में आज सेना और असम राइफल्स के जवानों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अफसरों और जवानों से बातचीत भी की। रक्षामंत्री ने कहा, जब भी मैं अपने सशस्त्र बलों के सैनिकों और अफसरों से मिलता हूं तो मुझे खुशी, गर्व और शांति की अनुभूति होती है। वे आगे बोले, हर कोई देश की सेवा कर रहा है, शिक्षक, डॉक्टर और अन्य, परंतु हमारे जवान जो कर रहे हैं वह किसी पेशे से अधिक और सेवा से भी अधिक है। 
 
राजनाथ सिंह ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा, मैं बचपन में सेना में भर्ती होना चाहता था। सैन्य बलों में शामिल होने के लिए परीक्षा भी दी थी, लेकिन मेरे पिता का निधन हो जाने व अन्य  पारिवारिक समस्याओं के कारण मैं सेना में शामिल नहीं हो पाया। उन्होंने कहा, ‘यदि आप किसी बच्चे को सेना की वर्दी देते हैं, तो आप देखेंगे कि उसका व्यक्तित्व ही बदल जाता है। इस वर्दी में कुछ बात है। इस दौरान भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडे भी मौजूद रहे। 

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह दो दिवसीय मणिपुर दौरे पर हैं। गुरुवार को उन्होंने खुमान लम्पक स्टेडियम के 131वें डूरंड कप के मणिपुर चैप्टर का उद्घाटन किया। आज रक्षामंत्री ने मुख्यमंत्री बीरेन सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की। इस मुलाकात मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने ट्वीट किया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का मार्गदर्शन प्राप्त करना एक परम खुशी की बात है। उनके निरंतर समर्थन के लिए बहुत आभारी हूं। नेताजी संग्रहालय में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि INA के मेजर ईश्वर लाल सिंह जी जिंदादिल इंसान थे, जिन्होंने आजादी की लड़ाई लड़ी, वो सभी जिंदादिल इंसान थे। यह देश कभी इन्हें भूल नहीं सकता। आज जब मैं उन्हें (ईश्वर लाल सिंह) श्रद्धांजलि दे रहा था, तब मेरे मन ये भाव पैदा हुआ कि मैं उन्हें ही नहीं बल्कि INA के उन सभी जवानों को श्रद्धांजलि दे रहा हूं जिन्होंने आजादी के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।