हाथियों के झुंड के मूवमेंट की रहेगी जानकारी, आने वाली समस्या पर भी रहेगी नजर


भोपाल । पिछले चार साल से जंगली हाथियों की समस्या से जूझ रहे बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में अब एलीफेंट फील्ड स्टेशन बनाया जाएगा। मध्यप्रदेश के वन विभाग ने यह काम वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया को सौंपा है। इसके लिए वाइल्ड लाइफ ट्रास्ट ऑफ इंडिया ने बांधवगढ़ में काम भी शुरू कर दिया है। पिछले दिनों वाइल्ड लाइफ ट्रास्ट ऑफ इंडिया के स्टेट हेड डॉ राजेन्द्र मिश्रा ने बांधवगढ़ का दौरा भी किया था।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर डॉ बीएस अन्नाागेरी ने बताया कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एलीफेंट फील्ड स्टेशन बनाने के साथ ही वाइल्ड लाइफ ट्रास्ट ऑफ इंडिया हाथियों से होने वाली समस्या पर नजर रखना शुरू कर देगा। साथ ही यह समस्या और विकराल रूप न लेने पाए इसके लिए लगातार काम करेगा जिससे बांधवगढ़ के जंगल के आसपास बसे गांवो में रहने वालों को सुरिक्षत किया जा सके।


होगा यह काम
फील्ड स्टेशन जंगल में फैले जंगली हाथियों के झुंड की पूरी जानकारी रखेगा और उनकी लोकेशन भी फील्ड स्टेशन में रहेगी। हाथियों के झुंड का मूवमेंट किस दिशा में होता है और उससे क्या समस्या उत्पन्न हो सकती है इसकी पूरी जानकारी भी रहेगी। हाथियों से होने वाली भावी समस्या से कैसे निपटा जा सकता है इसकी योजना पर तुरंत काम शुरू हो सकेगा। हाथिायों के मूवमेंट को रोकने या उनके खतरे से निपटने के लिए आवश्यक संसाधन भी फील्ड स्टेशन में उपलब्ध रहेंगे।


प्रभावी समन्वय
फील्ड डायरेक्टर डॉ बीएस अन्नाागेरी ने बताया कि वाइल्ड लाइफ ट्रास्ट ऑफ इंडिया द्वारा स्थापित होने वाले एलीफेंट फील्ड स्टेशन में आवश्यक संख्या में कर्मचारी मौजूद रहेंगे जिनका फील्ड में काम करने वाले कर्मचारियों और ग्रामीणों से प्रभावी समन्वय भी रहेगा। प्रभावी समन्वय होने के कारण सभी सूचनाएं समय पर मिल सकेंगी और उसके आधार पर अगला कदम निर्धारित हो सकेगा।


हो चुकी कई घटनाएं
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में वर्ष 2018 से जंगली हाथी सक्रिय हैं जिनकी संख्या अब 50 हो चुकी है। इन हाथियों के कारण जंगल और जंगल से लगे गांवों में कई बड़ी घटनाएं हो चुकी है। पिछले साल जंगली हाथियों ने पतौर के निकट जंगल में एक महिला को कुचल दिया था जिससे उसकी मौत हो गई थी। पिछले साल नवम्बर में हाथियों के कारण स्टेट हाइवे दो दिनों तक बंद रखा गया था। जंगली हाथियों के कारण पिछले साल खितौली, मगधी और ताला तीनों ही गेट से पर्यटन भी प्रभावित हो चुका है। जंगली हाथियों के सक्रिय होने के कारण इस साल बांधवगढ़ में कृष्ण जन्माष्टमी का मेला नहीं लग सका।