भारत में डीजल की मांग में लगातार दूसरे महीने गिरावट आई है। मानसून के चलते कृषि जैसे प्रमुख क्षेत्रों में खपत कम हो गई है, जबकि अगस्त के पहले पखवाड़े में पेट्रोल की खपत लगभग सपाट है। 1 से 15 अगस्त के दौरान डीजल की मांग 11.2 प्रतिशत गिरकर 2.82 मिलियन टन हो गई, जो पिछले वर्ष समान अवधि में 3.17 मिलियन टन थी।हालांकि मानसून के आगमन के बाद देश में डीजल की मांग घट जाती है और इसकी खपत परंपरागत रूप से खपत अप्रैल-जून की तुलना में जुलाई-सितंबर में कम होती है। लेकिन इस साल मुद्रास्फीति के दवाब को देखते हुए डीजल की कम खपत काफी अहम मानी जा रही है। दरअसल, मानसून आने के बाद लोग लंबी दूरी की यात्राओं से भी परहेज करने लगते हैं और इसके चलते डीजल की डिमांड घटने लगती है। वहीं बारिश की वजह से कृषि क्षेत्र से उठने वाली मांग बहुत कम हो जाती है।