कोलकाता । बंगाल की खाड़ी में आए एक भीषण चक्रवाती तूफान में बांग्लादेश के कई मछुआरे फंस गए। जानकारी के मुताबिक कई मछली पकड़ने वाली नावों पर सवार मछुआरों को बचाने के लिए इंडियन कोस्ट गार्ड पिछले दो दिनों से मैराथन अभियान चला रहा है। भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने आज 17 और बांग्लादेशी मछुआरों को बचाया। इससे एक दिन पहले 10 बांग्लादेशी मछुआरों को बचाया गया था। बहुत ज्यादा चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों और तूफानी समुद्र के बीच एक ही दिन में शुरू किए गए 3 अलग-अलग अभियानों में अब तक 27 बांग्लादेशी मछुआरों को बचाया गया है।
एक खबर के मुताबिक भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने शनिवार को बंगाल की खाड़ी से 10 बांग्लादेशी मछुआरों को बचाया था। भारतीय तटरक्षक जहाज अनमोल ने पिछले दो दिनों से जारी एक ऑपरेशन में बांग्लादेश के साथ अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा (आईएमबी) से 12 समुद्री मील की दूरी पर बांग्लादेशी मछुआरों को बचाया। लापता बांग्लादेशी मछुआरों की तलाश के लिए कोस्टगार्ड के जहाजों और विमानों को लगाया गया है।
इसके साथ ही स्थानीय मछुआरों और मत्स्य अधिकारियों के सहयोग से एक भारतीय मछली पकड़ने वाली नाव के चालक दल के 18 सदस्यों को भी सुरक्षित बचाने का काम किया गया है। ये सभी मछुआरे 19 अगस्त से शुरू हुए चक्रवाती मौसम में फंस गए थे। आईसीजी जहाज अनमोल ने शनिवार की सुबह भंगदुनी द्वीप के पास 10 बांग्लादेशी मछुआरों को देखा था। उन्हें बचाने के बाद प्राथमिक उपचार दिया गया और भोजन और पानी मुहैया कराया गया।
बचाए गए मछुआरों ने कोस्टगार्ड को बताया कि वे 16 अगस्त को मोंगला से निकले थे और बाद में चक्रवाती तूफान में फंस गए थे। 12 मछुआरों के साथ उनकी नाव 19 अगस्त को चल रही तेज हवाओं के कारण पलट गई। बचाए गए मछुआरों को आगे की औपचारिकताओं के लिए हल्दिया लाया जा रहा है, ताकि उन्हें वापस बांग्लादेश को लौटाया जा सके।