कानपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत तीन दिवसीय प्रवास पर हैं। रविवार को भागवत नाना राव पार्क में आयोजित महर्षि वाल्मीकि जन्मोत्सव कार्यक्रम में पहुंचे। उन्होंने पार्क में स्थापित बाल्मीकि की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा उन्होंने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर सहित कई अन्य महापुरुषों की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

मोहन भागवत ने कहा कि बाल्मीकि समाज को संघ की शाखाओं में जाकर और स्वयंसेवकों से संपर्क कर देश के उत्थान में समर्पण भाव से योगदान करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाल्मीकि समाज सहित देश के दूसरे समाज में भी जो बुराइयां हैं उन सभी को छोड़कर हमें आगे बढ़ने का संकल्प लेना होगा।

भागवत ने कहा कि सिर्फ व्यक्तिगत रूप से नहीं बल्कि पूरे समाज का जुड़ाव जरूरी है। महर्षि वाल्मीकि से संवेदना, समर्पण और कर्तव्य की भावना समाज के लोगों को सीखनी होगी। बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने संविधान में समाज को अधिकार देने के लिए कानून स्थापित किया है लेकिन सिर्फ कानून स्थापित करने से ही सब कुछ नहीं होगा। हमारे मन में देश और अपने आप को आगे ले जाने का संकल्प होना आवश्यक है।

बताते चलें कि मोहन भागवत सोमवार को स्वर संगम घोष शिविर में संघ के कानपुर प्रांत से जुड़े 21 जनपदों से आए पांच हजार से अधिक स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे। इस बीच अलग-अलग समय में दीनदयाल उपाध्याय विद्यालय में स्वयंसेवकों व संघ पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसमें आगे की कार्ययोजना पर चर्चा की जाएगी।