नई दिल्ली । झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया। विधानसभा में सोरेन ने कहा, "विपक्ष ने लोकतंत्र को नष्ट कर दिया है। बीजेपी विधायकों को खरीदने की बात करती है। आज हम सदन में अपनी ताकत दिखाएंगे। भाजपा के नीलकंठ मुंडा ने पलटवार करते हुए कहा, "झारखंड के लोगों का मानना ​​है कि सरकार डर में है। विपक्ष, न्यायपालिका या राज्यपाल में से किसी ने भी विश्वास मत नहीं मांगा, फिर यह डर क्यों? प्रस्ताव दिखाता है कि सरकार को अपने विधायकों पर भरोसा नहीं है
हेमंत सोरेन ने विधानसभा में विश्वास मत का प्रस्ताव पेश कर दिया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने ये सत्र लोकतंत्र को बचाने के लिए बुलाया है। सोरेन ने कहा, बीजेपी के लोग देश में आए दिन विधायकों की खरीद फरोख्त करते हैं। लोग सामान खरीदते हैं, लेकिन बीजेपी विधायकों का सौदा करती है। भाजपा हमारी सरकार को अस्थिर करने का काम करती है
भाषण के बाद विधानसभा में स्पीकर ने विपक्ष को विश्वास मत पर बहस करने के लिए कहा। इस दौरान झारखंड विधानसभा में विपक्ष के कुछ विधायकों ने बेल में आकर प्रोटेस्ट किया। विपक्ष के विधायक ने पलामू में महादलित के मकान को तोड़ने का मुद्दा उठाया। इसी के साथ विपक्ष ने दुमका में अंकिता सिंह को जलाने का मुद्दा भी उठाया। बता दें कि सोरेन को मुख्यमंत्री के रूप में बने रहने को लेकर अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है। चुनाव आयोग ने खुद को एक पत्थर खनन पट्टा आवंटित करके सोरेन को अपने पद के दुरुपयोग का दोषी माना है। चुनाव आयोग ने राज्यपाल रमेश बैस के साथ साझा की गई राय में जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के तहत विधायक के रूप में सोरेन की अयोग्यता की सिफारिश की। हालांकि, राज्यपाल ने अभी तक इस मुद्दे पर अपने आदेश की आधिकारिक सूचना नहीं दी है।