लखनऊ | यूनिसेफ की गुडविल एंबेसडर व अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा लखनऊ के दौरे पर हैं। मंगलवार को वह लोकबंधु अस्पताल पहुंचीं। सोमवार को उन्होंने सरकारी स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों का दौरा किया और बच्चों से मुलाकात की। शाम को वह 1090 पहुंचीं और महिला कॉलटेकर्स के साथ समय गुजारा।

सरकारी स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों पर उनकी एक झलक पाने के लिए भीड़ लगी रही। दो दिवसीय यात्रा के पहले दिन प्रियंका चोपड़ा औरंगाबाद के बेसिक स्कूल पहुंचीं। उन्होंने बच्चों के बीच जमीन पर बैठकर नुक्कड़ नाटक ‘चुप्पी तोड़ो खुलकर बोलो’ देखा। इसमें बच्चों ने छेड़छाड़, महिला उत्पीड़न, सामाजिक हिंसा आदि के खिलाफ आवाज बुलंद करने का संदेश दिया।

प्रियंका ने बच्चों से आईबीटी यानी इंट्रोडक्शन टू बेसिक टेक्नोलॉजी के तहत नवाचारों के बारे में पूछा। छात्रा ममता ने दृष्टिहीनों के लिए तैयार विशेष जूतों के बारे में बताया, जिसे प्रियंका ने सराहा। अलिशा ने अपनी सोलर कार के बारे में जानकारी दी।

बच्चों ने ब्लड ग्रुप की जांच प्रक्रिया के साथ साधारण तरीके से पानी साफ करने का भी डेमो दिया। इस पर प्रियंका ने कहा, मुझे खुशी है कि तकनीक दूर-दराज के गांवों तक पहुंच रही है। आज लड़के किचन का काम देख रहे हैं तो लड़कियां तकनीकी रूप से एक्सपर्ट हो रही हैं।

यूनिसेफ की गुडविल एंबेसडर प्रियंका चोपड़ा जोंस औरंगाबाद के बेसिक स्कूल के बाद मोहनलालगंज के लालपुर आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचीं। यहां बच्चों का वजन कराने के साथ लंबाई नपवाई। बच्चों में पोषण का स्तर जानने के साथ गांव की महिला आरती से पूछा कि बच्चों को क्या खिलाया जाता हैै, उन्हें पोषाहार मिलता है या नहीं। बच्चों ने उन्हें बताया कि पोषाहार मिलता है। आंगनबाड़ी केंद्र में कुल 11 बच्चे मौजूद रहे। चलते समय प्रियंका चोपड़ा ने कार का शीशा खोलकर सबको बॉय बॉय बोला तो वे खुशी से झूम उठे।

चिनहट के उत्तरधौना जूनियर हाईस्कूल पहुंचीं प्रियंका चोपड़ा ने बाल विवाह व बाल मजदूरी रुकवाने वाले किशोरी समूहों से मुलाकात की। इसमें शक्ति किशोरी समूह, दिव्या ज्ञान किशोरी समूह संग मीना मंच की कुल 15 किशोरियां मौजूद रहीं। एक स्टॉल पर किशोरी समूहों संग विद्याज्ञान की बच्चियों ने बाल श्रम संग बाल विवाह रुकवाने संबंधी क्रियाकलापों की जानकारी दी। दूसरे स्टॉल पर बाल सेवा योजना के लाभार्थियों व तीसरे स्टॉल पर स्मार्ट युवा कॉलेज के बच्चे मौजूद रहे। नई पहल कार्यक्रम के बृजेश ने बताया कि प्रियंका चोपड़ा के साथ आए यूनिसेफ अधिकारियों के समक्ष चिनहट बालिका पूर्व माध्यमिक स्कूल की बालिकाओं ने स्कूल के जर्जर भवन का मुद्दा उठाया।

लालपुर प्राइमरी स्कूल में कार्यक्रम के दौरान दखिना शेखपुर के पूर्व माध्यमिक स्कूल से कक्षा सात की छात्रा इशिता ने फिल्म अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा से ऑटोग्राफ मांगा तो उन्होंने उसके रुमाल पर अपना ऑटोग्राफ दिया। ऑटोग्राफ पाकर छात्रा इशिता अवस्थी खुशी से झूम उठी। परिसर में दूसरे गांव के विद्यालय के बच्चों के कार्यक्रम देख प्रियंका यहां पढ़ने वाले बच्चों से बिना मिले ही चली गईं, जिससे वे काफी मायूस दिखे। वहीं दखिना शेखपुर से आए 22 बच्चे काफी खुश नजर आए, इन्होंने प्रियंका के साथ सेल्फी भी ली।