अमेरिका के बाद अब ऑस्ट्रेलिया में आर्थिक मंदी की आहट मिलने लगी है। प्रॉपर्टी बाजार में ग्राहकों की बेरुखी साफ दिख रही है। कमाई के अनुपात में कर्ज 187.2% के रिकॉर्ड वृद्धि से जोखिम बढ़ गया है। देश में ऐसी स्थिति 1991 के मंदी के बाद पहली बार देखी जा रही है।

इसके पीछे मुख्य वजह ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी, आय की अपेक्षा कर्ज दर ज्यादा बढ़ने और महंगाई को माना जा रहा है। बाजार पर सबसे ज्यादा असर सिडनी में देखा जा रहा है। यहां पिछले तीन महीने में मकान की कीमतों में 5% की गिरावट आ चुकी है।

जबकि राष्टीय स्तर पर यह गिरावट 2% है। आने वाले महीनों में भी यह गिरावट जारी रहने की पूरी संभावना है, क्योंकि रिजर्व बैंक ने दो हफ्ते के अंदर ही दूसरी बार ब्याज दर बढ़ा दिए हैं।

ऑस्ट्रेलिया दुनिया में काफी खुला बाजार है कि जीडीपी के हिस्से के रूप में घरेलू कर्ज और बंधा कर्ज काफी अधिक है।