भारत की रितिका हुड्डा को पेरिस 2024 कुश्ती में शनिवार को महिला फ्रीस्टाइल 76 किग्रा के रोमांचक क्वार्टरफाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही इस ओलंपिक से भारतीय पहलवानों की चुनौती समाप्त हो गई। 21 वर्षीय रितिका ने राउंड ऑफ 16 में शानदार प्रदर्शन करते हुए हंगरी की नेगी बी को 12-2 से टेक्निकल सुपीरियरिटी से हराकर क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई थी।

क्वार्टरफाइनल मुकाबले में रितिका का सामना किर्गिस्तान की नंबर 1 वरीयता प्राप्त एइपेरी मेडेट काइजी से हुआ, लेकिन इस कड़े मुकाबले 1-1 से स्कोर ड्रॉ रहा और अंत में उन्हें पैसिबिटी नियम के कारण हार का सामना करना पड़ा। एइपेरी मेडेट काइजी दो बार की एशियाई चैंपियन हैं और उन्होंने इस कैटेगरी में विश्व चैंपियनशिप 2023 में रजत पदक जीता है।

इस हार के साथ रितिका का पेरिस 2024 ओलंपिक अभियान समाप्त हो गया। हालांकि उनके पास रेपेचेज के जरिए ब्रॉन्ज मेडल मैच खेलने का मौका था, अगर एइपेरी मेडेट काइजी पेरिस ओलंपिक के फाइनल में जगह बनाने में सफल होती तो, लेकिन उन्हें सेमीफाइनल मैच में यूएस की कैनेडी एलेक्सिस ब्लेड्स के खिलाफ 6-8 से हार का सामना करना पड़ा। इस सूरत में रितिका ब्रॉन्ज मेडल मैच में जगह नहीं बना पाईं। रोहतक के खरकड़ा गांव की रहने वाली रितिका पहले भी देश के लिए गौरवशाली उपलब्धियां हासिल कर चुकी हैं। उन्होंने 2023 में अंडर-23 वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था और ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी थीं।