नई दिल्ली ।    भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर महिला पहलवान विनेश फोगाट के समर्थन में आए हैं। विनेश को पेरिस ओलंपिक में 50 किग्रा स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने के बाद वजन ज्यादा होने के कारण अयोग्य करार दिया गया था। विनेश ने फाइनल में पहुंचकर देश के लिए रजत पदक कर दिया था, लेकिन उनका लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतना था। हालांकि, मैच से पहले ही उन्हें अयोग्य करार दिया गया। विनश ने इस फैसले के खिलाफ खेल पंचाट का दरवाजा खटखटाया है।

'समय-समय पर नियमों पर गौर किया जाना चाहिए'

सचिन ने विनेश को अयोग्य करार देने की आलोचना करते हुए इस पहलवान को रजत पदक का हकदार बताया। तेंदुलकर ने कहा कि खेलों में नियमों पर समय-समय पर गौर किया जाना चाहिए। उन्होंने शुक्रवार को एक्स पर पोस्ट किया, हर खेल के कुछ नियम होते हैं और उन नियमों को संदर्भ में देखने की जरूरत है, शायद कभी-कभी उन पर दोबारा गौर भी किया जाना चाहिए। विनेश फोगाट ने निष्पक्षता से फाइनल के लिए क्वालिफाई किया। वजन के आधार पर उसकी अयोग्यता फाइनल से पहले हुई थी और ऐसे में उससे रजत पदक छीन लिया जाना तर्क और खेल की समझ से परे है।

'हमें खेल पंचाट के फैसले का इंतजार'

मास्टर ब्लास्टर ने कहा कि अगर खिलाड़ी अनैतिक चीजों का इस्तेमाल करे तो उसे अयोग्य करना जायज है लेकिन विनेश के मामले में ऐसा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, यह समझ में आता अगर किसी एथलीट को प्रदर्शन बढ़ाने वाली दवाओं के उपयोग जैसे नैतिक उल्लंघनों के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाता। उस स्थिति में, किसी भी पदक से सम्मानित न किया जाना और अंतिम स्थान पर रखा जाना उचित होगा। विनेश ने शीर्ष दो में पहुंचने के लिए अपने प्रतिद्वंद्वियों को हराया। वह निश्चित रूप से रजत पदक की हकदार है। हम सभी खेल पंचाट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद और प्रार्थना करें कि विनेश को वह पहचान मिले जिसकी वह हकदार है।