लखनऊ । उत्तरप्रदेश की मैनपुरी सीट पर मुलायम सिंह के सियासी वारिस के तौर पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव के भतीजे और लालू प्रसाद यादव के दामाद तेज प्रताप यादव चुनावी मैदान में उतर सकते हैं? सपा सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव मैनपुरी लोकसभा सीट पर तेज प्रताप सिंह यादव को उम्मीदवार बना सकते हैं। तेज प्रताप पहले भी इस सीट से सांसद रह चुके है। 
वह मुलायम सिंह यादव के बड़े भाई के रतन सिंह यादव पौत्र हैं। तेज प्रताप के पिता रणवीर सिंह यादव राजनीतिक रूप से काफी सक्रिय थे, लेकिन 36 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था। वो ब्लाक प्रमुख रहे हैं और रणवीर की पत्नी मृदुला यादव मौजूदा समय में सैफई की ब्लाक प्रमुख हैं।रणवीर सिंह यादव सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के चचेरे भाई हैं, जिस लिहाज से तेज प्रताप सिंह यादव उनके भतीजे हैं। तेज प्रताप की पत्नी राजलक्ष्मी बिहार के मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बेटी हैं। इस तरह से लालू प्रसाद के दामाद हैं। तेज प्रताप मैनपुरी से पहले भी सांसद रह चुके हैं और सपा उन्हें एक बार फिर से टिकट दे सकती है। 
हालांकि, तेज प्रताप के अलावा धर्मेद्र यादव और डिंपल यादव के नामों को लेकर भी पार्टी में चर्चा है, लेकिन पार्टी को तरफ से अभी तक औपचारिक रूप से कोई नाम फाइनल नहीं है। मैनपुरी सीट को यादव परिवार का गढ़ मानी जाती है। इस पर आज तक बीजेपी जीत दर्ज नहीं कर पाई है। 2014 में जब पूरे देश में मोदी लहर थी तब भी इस सीट पर बीजेपी का जादू नहीं चला। मैनपुरी से चुनाव लड़े से मुलायम सिंह यादव को ही जीत हासिल हुई। मुलायम दो संसदीय सीटों आजमगढ़ और मैनपुरी से चुनाव लड़े थे और उन्हें दोनों ही सीटों पर जीत दर्ज की थी। ऐसे में मैनपुरी सीट उन्होंने छोड़ दी थी और फिर इस सीट पर तेज प्रताप यादव उपचुनाव जीते थे।
 इस तरह सियासी तौर पर तेज प्रताप यादव की सियासी लांचिग हुई थी। बता दें कि मुलायम सिंह यादव की कर्मभूमि रही मैनपुरी ने केवल नेताजी के ही सियासी सफर को उड़ान नहीं दी बल्कि सैफई परिवार की तीन पीढ़ियां इसी मैनपुरी के रास्ते संसद तक पहुंची। मुलायम सिंह यादव के निधन से सिर्फ मैनपुरी सीट खाली ही नहीं हुई बल्कि लोकसभा में 'यादव परिवार' का प्रतिनिधित्व भी खत्म हो गया है।