भोपाल  । मध्यप्रदेश विधानसभा में प्रश्नोत्तरकाल की कार्यवाही लगातार दूसरे दिन भी हंगामे की भेंट चढ गई। विपक्ष के हंगामे के बीच प्रश्नोत्तरकाल के दौरान विधानसभा की कार्यवाही गुरुवार को दो बार स्थगित की गई। विधानसभा की कार्यवाही आज जैसे ही प्रारंभ हुई तो कांग्रेस के सदस्यों ने पोषण आहार के स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने को लेकर हंगामा किया। नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह ने यह मुद्दा उठाया। इस पर सत्‍तापक्ष की ओर से संसदीय कार्य मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने आपत्ति लेते हुए कहा कि अब इस प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हो सकती है। इससे नाराज कांग्रेस विधायक अपने स्थान पर खड़े हो गए। हंगामा बढ़ता देख पहली बार 10 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। इस दौरान विधायक पांचीलाल मेड़ा ने विधानसभा अध्यक्ष से सुरक्षा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि बुधवार को भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने उन पर जानलेवा हमला किया था। इसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने शोर-शराबा शुरू कर दिया। दूसरी बार सदन की कार्यवाही प्रारंभ होते ही भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने स्वयं के जानमाल का खतरा बताते हुए विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम से उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि विपक्षी सदस्यों से उन्हें जानमाल का खतरा है, इसलिए सुरक्षा प्रदान की जाएग। इस बीच विपक्षी सदस्यों ने भी शोरशराबा प्रारंभ कर दिया। शोरशराबे के बीच आखिर सदन की कार्यवाही दूसरी बार पूरे प्रश्न काल के लिए स्थगित करनी पड़ी।