प्रतापगढ़। जिले में बुधवार 16 अक्टूबर की रात को अयोध्या-प्रयागराज हाईवे पर स्थित सई पुल के पास एक पेट्रोल पंप के पास खड़ी एम्बुलेंस में हुए जोरदार धमाके ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि एम्बुलेंस के परखच्चे उड़ गए, जिससे आस-पास के लोग और पेट्रोल पंप कर्मचारी बुरी तरह सहम गए। इस हादसे के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया।घटना के वक्त एम्बुलेंस में कोई मौजूद नहीं था, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई। हालांकि, धमाके की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि आसपास खड़े पेट्रोल पंप की खिड़कियां टूट गईं और दीवारों में दरारें आ गईं। इसके अलावा, एक स्कूटी सवार, जो सड़क से गुजर रहा था, विस्फोट के प्रभाव से घायल हो गया। वहीं, नजदीक खड़े ट्रक और एक मेडिकल स्टोर को भी नुकसान पहुंचा।जानकारी के अनुसार, एम्बुलेंस रंजीतपुर चिलबिला फ्लाईओवर के पास दो पेट्रोल पंपों के बीच खड़ी थी। देर रात अचानक उसमें आग लग गई, जिसके बाद एम्बुलेंस में रखा गैस सिलिंडर फट गया। विस्फोट के बाद एम्बुलेंस के टुकड़े-टुकड़े हो गए और यह धमाका कई किलोमीटर दूर तक सुना गया।
विस्फोट की सूचना मिलते ही प्रतापगढ़ पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने स्वयं मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और स्थानीय लोगों से बातचीत की। पुलिस ने इलाके को घेर लिया और आसपास की सुरक्षा को बढ़ा दिया हैफिलहाल, धमाके के कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है। विशेषज्ञ टीम को बुलाकर साक्ष्यों की जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि विस्फोट किस वजह से हुआ।
पेट्रोल पंप के कर्मचारियों और आस-पास के लोगों के अनुसार, धमाका अचानक हुआ और इसकी आवाज इतनी तेज थी कि लोग घबरा गए। पहले कभी इस क्षेत्र में ऐसी घटना नहीं घटी थी, जिससे इलाके के लोग अब अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।स्थानीय प्रशासन ने लोगों को शांत रहने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि जल्द ही धमाके के पीछे की असल वजह का पता लगाया जाएगा। फिलहाल, यह संभावना जताई जा रही है कि एम्बुलेंस में तकनीकी खराबी या गैस लीकेज के कारण यह हादसा हुआ हो सकता है।जिले में एम्बुलेंस विस्फोट की इस घटना ने पूरे जिले में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस और प्रशासन हर पहलू की बारीकी से जांच कर रहे हैं, ताकि इस विस्फोट की असल वजह का जल्द से जल्द पता लगाया जा सके। यह हादसा सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने की भी आवश्यकता को दर्शाता है, खासकर सार्वजनिक स्थानों पर खड़ी वाहनों की उचित जांच और सुरक्षा सुनिश्चित करना अब और भी महत्वपूर्ण हो गया है।